भारत की लक्ज़री रेलगाड़ियाँ

2018-02-01 17:38भारत की लक्ज़री रेलगाड़ियाँ
भारत की लक्ज़री रेलगाड़ियाँ

डेक्कन ओडिसी

वैसे तो महाराष्ट्र की सैर करने के लिए आपको कई ट्रेनें मिल जाएंगी लेकिन डेक्कन ओडिसी की बात कुछ अलग है पैलेस ऑन व्हील्स की तर्ज पर बनाई गई इस ट्रेन का सुकून भरा सफर आपकी महाराष्ट्र यात्रा का मजा चौगुना कर देगा। सफ़र मुंबई (बम्बई) से शुरू होता है और रत्नागिरि, सिंधुदुर्ग, गोवा, बेलगाम, कोल्हापुर, पुणे, नासिक, औरंगाबाद, और अजंता-एलोरा की यात्रा,के बाद फिर वापस मुंबई के लिये चल पड़ती है। इस ट्रेन को महाराष्ट्र सरकार और रेल मंत्रालय भारत सरकार दोनों मिलकर चलाते हैं। इस ट्रेन का शानदार इंटीरियर, स्वादिष्ट भोजन और इसकी बेहतरीन साइट्स आपके सफर को यादगार बना देंगे। यह ट्रेन पर्यटन स्थलों को जोड़ने के अलावा,अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराती है।

सुविधाएँ : इस ट्रेन में  5-सितारा होटल, दो रेस्टोरेंट, एक बार, स्पा, व्यापार केंद्र और अन्य ऐसी सुविधाओं को सफर के दौरान प्रदान करती है।

महाराजा एक्सप्रेस

अगर पूरे ठाठ-बाट के साथ देश की यात्रा करने की इच्छा रखते हैं तो महाराजा एक्स्प्रेस के अलावा दूसरा विकल्प नहीं होगा आपके पास। यह नाम से ही नहीं बल्कि अपनी लक्ज़री सुविधाओं से भी जानी जाती है। यह एक चलता फिरता 5 सितारा होटल है। बहुत लोकप्रिय ट्रेन है। देश की इस लक्ज़री ट्रेन को 2012, 2013 और 2014 में विश्व की सबसे लक्ज़री ट्रैन के पुरूस्कार से नवाजा जा चुका है। इसमें कुल 14 अतिथि गृह हैं, जिनमें कुल 43 केबिन हैं, जिनमें 20 डीलक्स केबिन, 18 जूनियर सूट, 4 सूट और मैजेस्टिक प्रेसिडेंशियल सुइट शामिल हैं। हर केबिन में फोन, एलसीडी टीवी, डीवीडी प्लेयर, इंटरनेट, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर तथा हर केबिन में बाथरूम भी है। यह ट्रेन दिल्ली या मुंबई से चलकर आगरा, फतेहपुर सीकरी, ग्वालियर, रणथंबोर , वाराणसी, लखनऊ, जयपुर, बीकानेर, खजुराहो, उदयपुर स्टेशनों पर रुकती है।

पैलेस आन व्हील्स

पैलेस ऑन व्हील्स' एक तरह से चलता फिरता राजस्थान है। यह ट्रेन राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। और आरम्भ से ही बहुत लोकप्रिय है। यह दुनिया में शीर्ष दस लक्जरी गाड़ियों में एक है। पैलेस आन व्हील्स के शाही डिब्बों को पुराने शासकों जैसे राजपूताना, गुजरात के राजसी राज्यों के रजवाड़े, हैदराबाद के निजाम और ब्रिटिश भारत के वाइसराय की व्यक्तिगत पसंद के हिसाब से डिजाईन किया गया था। कोच की इस शाही रेलगाड़ी में 14 सैलून, एक स्पा, ट्रेन के प्रत्येक सैलून में टॉयलेट एवं वाशरूम को बेहतर बनाया गया है. सभी सैलूनों के नया फर्नीचर को नया रूप दिया गया है. इसके अलावा वुडन वॉल्स, बार और लोंज एरिया को भी खास और नया लुक में तैयार किया गया है। यह ट्रेन दिल्ली - जयपुर - सवाई माधोपुर - चित्तौड़गढ़ - उदयपुर - जैसलमेर - जोधपुर - भरतपुर - आगरा - दिल्ली का सफ़र कराती है।

गोल्डन चेरियट ट्रेन

गोल्डन चेरियट ट्रेन अपनी शाही सफर के लिए दुनियाभर में प्रसिद्द है जो भारतीय राज्यों जैसे कर्नाटक और गोवा के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का सफ़र कराती है। ट्रेन के 19 डिब्बे बैंगनी और स्वर्ण रंग से रंगे गये हैं। साउथ इंडिया की इस ट्रेन में सफर करने के दौरान एक आम इंसान भी राजसी ठाट-बाट जैसे अनुभव कर सकता है। ट्रेन में जिम से लेकर स्पा जैसी कई लग्जरी सुविधाएँ हैं। फाइव स्टार होटल की तरह सजी इस शाही ट्रेन में हर साल हजारों टूरिस्ट्स सफर करते हैं। इस ट्रेन में एक रेस्टोरेंट, यात्री सैलून, लाउन्ज बार, एसी बेडरूम, अटैच्ड बाथरूम, जिम, स्पा और बार भी है।

किराया

इस ट्रेन में फॉरेनर प्रति यात्री के लिए 3,92,000/-INR भारतीय यात्रियों के लिए 2,17,000/-INR प्रति यात्री किराया है।

ये ट्रेन बैंगलोर से मैसूर, हसन, होस्पेट, बादामी, गोवा तथा फिर वापस बैंगलोर आती है।

दूसरा सफ़र बैंगलोर से, चेन्नई, पांडिचेरी, तंजावुर, मदुरै, नागरकोइल, त्रिवेंद्रम, एर्नाकुलम, और फिर वापस बैंगलोर आती है।