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घूम रेलवे म्यूजियम
2018-04-12 12:31घूम रेलवे म्यूजियम
घूम रेलवे म्यूजियम

घूम रेल संग्रहालय

घूम रेल संग्रहालय दार्जिलिंग हिमालय रेलवे के तीन संग्रहालयों में से एक है। यह घूम रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित है। संग्रहालय कक्ष घूम स्टेशन से ऊपर है। घूम 7,400 फुट की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन है। 1999 में, दार्जिलिंग हिमालयी रेलवे के प्रसिद्ध नैरो गेज टॉय ट्रेन यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया था। और उसके बाद वर्ष 2000 में, घूम संग्रहालय की स्थापना की गई और अपनी विरासत को दिखाने के लिए आगंतुकों/पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। घूम प्लेटफार्म के ठीक विपरीत, संग्रहालय परिसर का प्रवेश द्वार है। जैसे ही आप गेट में प्रवेश करते हैं, वहां एक छोटे से बगीचे के साथ एक सुन्दर खुली जगह है।

दार्जिलिंग हिमालयी रेलवे का सबसे पुराना टॉय ट्रेन इंजन ने 1881 में पहाड़ों के बीच से पहला रेल लिंक प्रदान किया था। संग्रहालय में आप इंजन के साथ जुड़े कोच को काफी करीब से देख सकते हैं।

डीएचआर के पास 14 भाप इंजन हैं। भाप इंजन के कद्रदानों को ये देश विदेश से अपनी ओर आकर्षित करती हैं। भाप इंजनों की खूबसूरती और आवाज पुराने दिनों की खूशबू और एहसास दिलाती है।

खुलने का समय

  • डीएचआर घूम संग्रहालय सुबह 10:00 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है।

प्रवेश शुल्क :

  • ₹ 20 प्रति व्यक्ति है।

मुख्य तथ्य

  • यह संग्रहालय पश्चिम बंगाल के नजदीक घूम में स्थित है।
  • यहाँ तकरीबन 14 भाप इंजन हैं।
  • यहाँ दार्जिलिंग हिमालय रेलवे से संबंधित फोटो और किताबें भी मौजूद हैं।
  • 2000 में स्थापित इस संग्रहालय में रेलवे से जुड़ी हुई वस्तुओं का अच्छा संग्रह है।
  • इस संग्रहालय में भाप से चलने वाले इंजन, पुराने सिग्नल शामिल है।